स्थापना से ही गुजरात सुखी और समृद्ध रहा है
गुजरात हमेशा से एक सुखी और खुश राज्य रहा है। यहाँ के लोगों ने एकदूसरे के साथ सदा ही प्यारभरे सम्बन्ध बनाये रखे हैं और सभी तरह के व्यापार व्यवसाय के लिए लोग देश-विदेश घूमते रहे हैं। ऐसा कहा जा सकता है कि दुनिया में ऐसा एक भी प्रदेश नहीं जहाँ कम से कम एक गुजराती न हो।
गुजरात हमेशा से एक सुखी और खुश राज्य रहा है। यहाँ के लोगों ने एकदूसरे के साथ सदा ही प्यारभरे सम्बन्ध बनाये रखे हैं और सभी तरह के व्यापार व्यवसाय के लिए लोग देश-विदेश घूमते रहे हैं। ऐसा कहा जा सकता है कि दुनिया में ऐसा एक भी प्रदेश नहीं जहाँ कम से कम एक गुजराती न हो।
गुजरात का विकास कोई एक व्यक्ति ने नहीं किया, उसके पीछे छह करोड़ की जनता ही महेनत है। लेकिन विकास क्या होता है ? विकास किसे कहा जा सकता है ? क्या रास्तों को चौड़ा करने का नाम विकास है ? क्या किसी लड़की की जासूसी करवाना ही विकास है ? जी हाँ, गुजरात में ऐसा हुआ। भाजपा के वर्त्तमान मुख्यमंत्री मोदी जब अपने पहले-दुसरे चुनाव के प्रचार में थे तो उन्होंने जो वाणी-विलास किया था वह ऐसा था कि शायद उनको खुद को आज शर्म आ रही होगी। कभी मियां मुशरर्फ के खिलाफ तो कभी सोनिए गांधीं के खिलाफ, बोलने में कभी पीछे नहीं हटे। लेकिन इसी जमीं पे कभी अच्छे नेता भी हुआ करते थे जो कभी व्यक्तिगत हमले नहीं करते थे, उनकी लड़ाई सिर्फ सिद्धांत की थी, मन की नहीं।
बदल गया माहौल :
किन्तु आज का माहोल बिगाड़ दिया गया है। आज गुजरात में लड़कियों को सुरक्षा नहीं दिख रही। किसीकी जिंदगी में हम कभी नजर कर नहीं सकते, क्यूँ कि सब को अपने व्यक्तिगत जीवन का अधिकार है।
गुजरात में अभी हाल में जिसका ज्यादा चर्चा हुआ वह स्नूपिंग का मास्टर माइंड कौन है वह तो कोई नहीं जानता लेकिन भाजपा के प्रवक्ता ने टीवी पर एक चॅनेल में कहा था कि गुजरात के मुख्यमंत्री को गुजरात की लड़कियों की इतनी चिंता है कि लड़की के पिता ने केवल मुह पे बोल के एक बार कहने के बाद उस लड़की की सुरक्षा में पूरे राज्य की पुलिस को काम पे लगा दिया गया ! लेकिन, चॅनेल के रिपोर्टर ने पूछा कि क्या गुजरात की कोई भी लड़की मुख्यमंत्री को फोन करके इस 'सुविधा' का लाभ ले सकती है ? भाजपा के प्रवक्ता कुछ न बता सके। लेकिन इस किस्से में कुछ ऐसा जरूर था जो मुख्यमंत्री ने खुद ने इसमें दिलचस्पी ली।
भाजपा सरकार असफल : गुजरात में भाजपा सरकार पूरी तरह विफल ही रही है, लेकिन वह इसका स्वीकार करने की विनम्रता नहीं जुटा पाती। भाजपा सरकार के प्रवक्ता कहते हैं कि नरेंद्र मोदी को गुजरात की औरतों की बहुत चिंता है। उन्होंने पहले चुनाव के दौरान कहा था : केवल एक पोस्ट कार्ड लिख देना, गांधीनगर में बैठा आपका भाई सभी सहायता करेगा! लेकिन सत्य यह है कि कई पोस्ट कार्ड, कई चिठ्ठिया, कई लेटर लिखे गए, बल्कि खून से लिखे गए लेकिन मोदी 'साहेब' के पेट का पानी तक नहीं हिला !
क्या पहले इतनी असुरक्षा थी गुजरात में ?
आज गुजरात में कोई भी व्यक्ति अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर सकता। एक ही रात में 15-15 दूकानों के ताले टूटते हैं, राजकोट जैसे शहर में दलित लड़की पे गेंगरेप किया जाता है, नवसारी में केवल 14 साल की लड़की पर हवसखोर टूट पड़ते हैं, गुजरात में दिन दहाड़े व्यापारियों को - ज्वेलरों को लूंट लिया जाता है, हत्याएं होतीं हैं। फिर भी 'साहेब' कहते है कि गुजरात पूरा सुरक्षित राज्य है।